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! फिर जैसे किसी ने नल को ऑन किया हो!! नल से पानी बहने की आवाज़। मुझे बहुत डर लगा!!! मगर रसोई में कोई आम इंसान काम करते वक़्त जैसे आवाज़ आती है वैसे ही आवाज़ें आ रही थी। फिर अचानक आवाज़ें बंद होगयी और रसोई के दरवाजे के फिरसे खुलने की आवाज़ आयी और फिर कोई कदम वहाँ से चलते चलते मेरे पास से गुज़र गए। फिर उस बेडरूम के दरवाजा की आवाज़ आयी जैसे किसीने दरवाज़ा अंदर खींच दी हो ! फिर सब कुछ स्तब्ध!!

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मुझे लगा शायद वह दुकानदार मुझे ही खराब माँस मछली दे रहा है। इसलिए उससे जागड़ा की थी। फिर उसने पूछा था कि मैं कहाँ रहता था। मैंने अपने बिल्डिंग का नाम बताया तो पूछने लगा, " क्या आप ब्रिज से चलते माँस मछली घर ले जाते हैं?

इंसानी जान पर केवल उसके भाग्‍य का ही अधिकार नहीं होता है अपितु उसके आस-पास के लोगों का भाग्‍य या वातावरण भी उसकी किस्‍मत और जीवन-मौत का फैसला कर देते हैं। यही अकाल मृत्‍यु जोकि समय के पूर्व किसी जीव की हो जाती है तो उसे अपनी आयु पूरी करनी पड़ती है। अपनी आयु पूरी करने के लिए ही जीव शरीर को त्‍यागने के बाद भी इस मृत्‍यु लोक में रूहों और आत्‍माओं के रूप में भटकता रहता है। ऐसी रूहें जिनके साथ कोई हादसा हुआ हो, हत्‍या हुयी हो, या फिर उन्‍होंने आत्‍महत्‍या की हो। ये सारी आत्‍माएं परमात्‍मा की मर्जी से पहले ही अपना शरीर छोड़ देती हैं, लेकिन उन्‍हे अपना समय पूरा करने के बाद ही मृत्‍युलोक से मुक्‍ती मिलती है। अभी तक आपने इस सिरीज के लेख में बहुत सी भयानक इमारतों, होटलों, अस्‍पतालों के बारें में पढ़ा लेकिन इस बार आपको एक ऐसे टनल के बारें में बताया जायेगा जहां रूह का खौफ इतना है कि वहां इंसान माचिस की एक read more तीली जलाने मात्र से कांप उठता है।असली भूत की कहानी।

एक दिन की बात है कुछ बच्चे कुएं के पास खेल रहे हैं, तभी उनकी बॉल जाकर कुए के अंदर गिर जाती है…

जैसे-जैसे वे गहराई में जाते गए, पानी टपकने की आवाज गूंज उठी, जिससे माहौल और भी डरावना हो गया। अचानक, उन्होंने एक धीमी गड़गड़ाहट सुनी, और उन्हें अंधेरे में चमकती हुयी आँखें दिखी।

During the epilogue, Prithvi teaches Meera the way to take in noodles. In yet another scene during the mid-credits, a black determine is witnessed transferring all around Prithvi's house.

गाँव का एक छोटा सा बच्चा नामक राजू बहुत ही निर्भीक था। उसने कभी नहीं माना कि भूतों का कोई अस्तित्व है, और वह रोज़ हवेली के पास से गुजरता था।

भूत-प्रेत के किस्से सुनने में बेहद रोमांचक और दिलचस्प लगते हैं लेकिन क्या हो जब यह किस्से सिर्फ किस्से ना रहकर एक हकीकत की तरह आपके सामने आएं?

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तभी राजा ने अपने मुंशी को तुरंत पहलवान के आने का कारण जानने के लिए भेजा। मुंशी पहलवान के पास जाता है।

  लेकिन दूसरी रात भी फिरसे वही अनुभव हुआ। फिरसे उस बेडरूम के दरवाजे की आवाज़, किसी कदमों का चलते आना , मेरे यहाँ से गुज़र जाना और रसोई की तरफ जाना, फिर रसोई की दरवाज़े की आवाज़ और फिर बर्तनों की आवाज़, नल की आवाज़। फिर कुछ क्षण बाद फिरसे रसोई की दरवाजे की आवाज़, वहाँ से फिर उन कदमों का मेरे पास से गुजरना और फिर उस बैडरूम के दरवाजे की आहट।फिर स्तब्ध!

सोनू :पापा हमें जाकर उस कुए को देखना चाहिए.. मेरा दोस्त बंटी उस कुएं मैं गायब हो चुका है.. मुझे जानना है कि वह कहां है…

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